हमारी तकलीफ भी तो समझो सरकार, व्यापारियों की प्रशासन से दो टूक - Khabri Guru

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हमारी तकलीफ भी तो समझो सरकार, व्यापारियों की प्रशासन से दो टूक

जबलपुर। जबलपुर चैम्बर ऑफ कामर्स एवं छावनी क्षेत्र व्यापारी संघ द्वारा सदर में स्थित शराब दुकान के समक्ष उसे खोले जाने का सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया गया। 
व्यापारियों का कहना था कि ये कैसा और कहां का न्याय है कि शराब की दुकानें  खुले और अन्य व्यापार बंद रहे। शराब से अगर राजस्व की चिंता शासन प्रशासन को है तो व्यापारियों और उनके राजस्व की चिंता भी प्रशासन को करनी चाहिए। 
व्यापारियों के विरोध प्रदर्शन के दौरान केंट के विधायक अशोक रोहाणी, एसडीएम भी मौके पर पहुँचे थे। इस संबंध में विधायक अशोक रोहाणी ने बताया कि व्यापारियों द्वारा उनसे कहा गया है कि उनकी भी दुकानें खोलने की अनुमति दी जाए। जिसे उन्होंने जिले के प्रभारी मंत्री तक पहुँचा दिया है। विधायक रोहाणी ने बताया कि प्रभारी मंत्री ने जल्द से जल्द इन मांगों पर विचार कर निर्णय लेने की बात कही है।

चैम्बर के साथ प्रशासन की चर्चा
जिला प्रशासन द्वारा जारी अनलॉक के आदेश के बाद व्यापारियों में रोष के साथ अफसोस भी है। 52 दिनों के बाद बाजार में रौनक लौटने के आसार थे लेकिन वह संभव नहीं हो पाया। व्यापारियों की भावनाओं एवं तकलीफों को जिला प्रशासन को अवगत कराने आज जबलपुर चैम्बर ऑफ कॉमर्स एवं महाकौशल चैम्बर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों की बैठक एडिशनल कलेक्टर हर्ष दीक्षित एवं एडिशनल एसपी रोहित काशवानी के साथ संपन्न हुई। बैठक में चैम्बर ने व्यापारियों के हितार्थ निम्न सुझाव पेश किए जिन पर विस्तृत चर्चा हुई।

दाएं - बाएं समीकरण
चैम्बर ने सुझाव दिया कि जबलपुर के बाजारों को दाएं बाएं समीकरण के साथ खोला जा सकता है क्योंकि 50 प्रतिशत से अधिक दुकानों को खोलने का प्रावधान नहीं है। एक दिन दाएं तरफ का बाजार खुले और उसके अगले दिन बाएं तरफ का।

विधानसभा वार बाजार
चैम्बर ने सुझाव दिया कि जबलपुर नगर चार विधानसभाओं में विभक्त है। हर विधानसभा क्षेत्र की सीमा भी तय है। हर दिन एक विधानसभा क्षेत्र का बाजार खुले तथा बाकी बाजार बंद रहें। इससे व्यापारियों व नागरिकों में किसी भी तरह का असमंजस नहीं रहेगा।

शराब दुकानें बंद की जाएं
चैम्बर ने समस्त शराब दुकानों को बंद रखने की मांग प्रशासन से की है।व कहा है कि जब तक पूर्ण अनलॉक नहीं हो जाता, तब तक शराब दुकानें बंद रखी जाएं। विडंबना है कि जहां सभी तरह की दुकानें अनलॉक में नहीं खुल पा रही हैं वहीं शराब दुकानों को तरजीह देना यह ज़ाहिर करता है कि शासन को राजस्व हर हाल में चाहिए। व्यापारी करदाता हैं तथा वे भी सरकार को विभिन्न करों के माध्यम से राजस्व देते हैं लेकिन अफसोस कि शराब दुकानों को खोलने की अनुमति है लेकिन व्यापार को नहीं। आज इसी तारतम्य में जबलपुर चैम्बर के पदाधिकारियों प्रेम दुबे, हिमांशु खरे, अभिषेक चौकसे, दीपक गोलछा, आशीष कोठारी व बड़ी संख्या में अन्य व्यापारियों ने सदर गैरिसन मैदान के सामने स्थित शराब की दुकान के समक्ष विरोध प्रदर्शन भी किया।

आज की बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों ने गंभीरतापूर्वक चैम्बर के सुझावों को समझा तथा जिला आपदा प्रबंधन समिति में उक्त सुझावों को रखने का आश्वासन दिया। अधिकारिद्व्य ने प्रशासन का रुख स्पष्ट करते हुए बताया कि प्रशासन व्यापारियों की परेशानियों से अवगत है तथा उसे शीघ्र दूर करने प्रयासरत है। उन्होंने व्यापारियों से धैर्य व संयम से काम लेने का आग्रह किया। बैठक में जबलपुर चैम्बर चेयरमैन प्रेम दुबे, महाकौशल चैम्बर अध्यक्ष रवि गुप्ता, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हिमांशु खरे, शंकर नाग्देव, राजेश चंडोक, युवराज गढ़वाल व अखिल मिश्र उपस्थित थे।

 

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