संविदा कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रमेश राठौर ने बताया कि कर्मचारियों ने मांग की थी कि 5 जून 2018 की नीति के अनुसार वेतन में बढ़ोतरी की जाए। इसमें संविदा कर्मियों को नियमित कर्मचारियों के वेतन का 90% देने की मांग की गई थी। इसे लेकर संविदा कर्मचारी हड़ताल पर चले गए थे। इसके बाद सरकार ने मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया था। इससे प्रदेश के 19 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को फायदा होगा।
इनको नहीं मिलेगा विशेष प्राेत्साहन भत्ता
प्रतिनियुक्त पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में पदस्थ कर्मचारी।
PGMO/MO/एपिडिमोलॉजिस्ट/CHO
जनवरी 2020 के बाद जिनका वेतन बढ़ाया गया।
आउटसोर्स कर्मचारियों।