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फोटो साभार: ANI |
इसके साथ ही शिवराज ने कहा कि तीन दिन तक आपका साथ रहा, इंदौर आपसे एकरूप हो गया। आनंद, उत्सव और उमंग के तीन दिन कब बीते, पता ही नहीं चला। उन्होंने कहा कि साथियों यह विदाई की बेला है। जब तुम चले जाओगे तो याद बहुत आओगे। तुम्हारे बिना यह कन्वेंशन सेंटर, यह राजवाड़ा, यह इंदौर बहुत सूना-सूना लगेगा। उन्होंने कहा कि इंदौर 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए तैयार है क्योंकि एक बेटी की शादी की तैयारी की जा रही है। अब तुम्हारे जाने के वक्त दिल भारी लगता है। अरे यहीं रह जाओ ना। उन्होंने कहा कि सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामया। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु, मा कश्चित् दुःखभाग् भवेत्। भारत का यह संदेश आप पूरी दुनिया में फैलाइए।
शिवराज ने कहा कि आज मध्यप्रदेश हिंदुस्तान का फूड बास्केट है। गेंहू के उत्पादन में हमने पंजाब को पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि हम मध्यप्रदेश में शहरों और गांवों का गौरव दिवस मनाते हैं जिसमें उस शहर और गांव के रहने वाले सभी लोगों को बुलाते हैं। आप साल में एक बार अपने शहर और गांव जरूर आना और कोई योगदान भी देना। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश व इंदौर की जनता ने जी जान से इस कार्यक्रम को सफल बनाया। नमो ग्लोबल गार्डन में आप सभी ने पेड़ लगाएं। आपको हमने प्रेम के बंधन से तो बाँधा ही था, अब पेड़ के बंधन से भी बांध दिया। यह पेड़ सदैव आपकी याद दिलाएंगे।