
अपनी मर्जी से शामिल हुए थे बुजुर्ग
दरअसल एनएसयूआई काफी दिनों से आयुषमान योजना में हो रही गफलत और जामदार अस्प्ताल में बुजुर्ग से कार्ड होने का बाद भी रुपये मांगने को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। शुक्रवार को भी एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने पीड़ित बुजुर्ग के साथ सिविक सेंटर से कलेक्टोरेट जाने की कोशिश की, जिन्हें की पुलिस ने रोक लिया। एनएसयूआई का कहना है कि पीड़ित बुजुर्ग से जामदार अस्पताल के द्वारा आयुष्मान योजना का कार्ड होने के बाद भी रुपये मांगने का वीडियो वायरल हुआ है। इसके बाद भी प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। जिससे यह बात साफ हो गई है कि जामदार अस्पताल पर प्रशासन कार्रवाई नहीं करना चाह रहा है। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि बुजुर्ग अपनी मर्ज़ी से वहां पहुंचे थे।
उग्र आंदोलन की चेतावनी
कांग्रेस के नगर अध्यक्ष दिनेश यादव के नेतृत्व में आज एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने तहसीलदार को एक पत्र कलेक्टर के नाम सौंपा है। जिसमें मांग की गई है कि अगर 24 घन्टे में जामदार अस्पताल पर कार्रवाई नहीं की तो उसके बाद एनएसयूआई उग्र आंदोलन करने को मजबूर हो जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
गलत था दिव्यांग बुजुर्ग को लाना
एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के द्वारा अपने साथ विकलांग बुजुर्ग को आंदोलन में शामिल करने को लेकर जिला प्रशासन ने भी गलत माना है। तहसीलदार ने एनएसयूआई के द्वारा अपने साथ बुजुर्ग विकलांग के लेकर आने को गलत माना है। उनका कहना कि इसकी जांच पुलिस को करना होगा।