जबलपुर। सांसद राकेश सिंह द्वारा जबलपुर के विकास की दृष्टि से प्रस्तावित डुमना नेचर पार्क में 25 एकड़ में आकार लेने वाली ग्रीन स्पोर्ट्स सिटी का विरोध शुरू हो गया है। कांग्रेस का आरोप है कि यह पूरा का पूरा अपने लोगों को फायदा पहुंचाने का खेल चल रहा है।
डुमना नेचर पार्क में टाइगर रिजर्व फारेस्ट बनाने की योजना को तिलांजलि देकर अब वहां 25 एकड़ क्षेत्र में 50 करोड़ की लागत से आकर लेने वाली ग्रीन स्पोर्ट्स सिटी का विरोध शुरू हो गया। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सांसद का मकसद शहरवासियों की बजाए खुद और अपने लोगों को फायदा पहुंचाने का है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि हमें पेड़-पौधों की कीमत पर कांक्रीट के जंगल नहीं चाहिए। शहर से लगा एक मात्र डुमना नेचर पार्क को समाप्त करने का ये बड़ा षड्यंत्र है।युवा कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव समर्थ अवस्थी ने मंगलवार को बताया कि डुमना के जंगल को बचाने चिपको आंदोलन की तर्ज पर चिपको डुमना आंदोलन शुरू करेंगे। इसे जन आंदोलन बनाने के लिए शहरवासियों को भी जागरुक करेंगे। कोरोना के दूसरी लहर में लोगों को ऑक्सीजन की कीमत समझ में आ गई है। अब शहर से सटे डुमना नेचर पार्क जैसे ऑक्सीजोन को समाप्त करने का खिलवाड़ किसी को नहीं करने देंगे।
विकास के नाम पर होगा विनाश
सांसद राकेश सिंह पर बड़ा आरोप लगाया कि 15 साल के कार्यकाल में एक भी बड़ी उपलब्धि नहीं है, लेकिन जबलपुर की पहचान को विकास का आवरण डालकर मिटाने का काम हुआ है। नीमखेड़ा में स्टेडियम है, वहां आसपास जगह भी है। उसी का विकास किया जा सकता है। इससे पूर्व रानीताल तालाब को पाटकर खेल गतिविधियां शुरू करने के नाम पर करोड़ों रुपए स्वाहा कर दिए गए।
अब डुमना नेचर पार्क के खंदारी जलाशय से लगे 25 एकड़ क्षेत्र में ग्रीन स्पोर्ट्स सिटी बनाने की तैयारी है। इससे जहां डुमना नेचर पार्क समाप्त हो जाएगा। वहीं इस पूरे क्षेत्र का व्यवसायिक इस्तेमाल करने की तैयारी है। मंडला बायपास से एक सड़क इसी क्षेत्र से डिंडोरी रोड से जुड़ने वाली है। आरोप लगाया गया है कि इस क्षेत्र में सांसद के चहेतों के कई एकड़ जमीन हैं।
पेड़ों को काटने का करेंगे विरोध
युवा कांग्रेस के नेता समर्थ अवस्थी के मुताबिक जबलपुर में डुमना एक मात्र जंगल है। यहां बहुत से जंगली वन्य जीव हैं। यह जबलपुर का फेफड़ा भी है। डुमना के अलावा भी शहर के चारों ओर सैकड़ो एकड़ शासकीय जमीन है। वहां भी इसका निर्माण हो सकता है।
बताया गया है कि जंगल को बचाने चिपको डुमना आंदोलन किया जाएगा। अवस्थी ने सांसद राकेश सिंह से 8 सवाल भी किए हैं। इस मौके पर शहर अध्यक्ष जितिन राज, नगर कांग्रेस कमेटी के महामंत्री शिशिर नन्होरिया, एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष विजय रजक, रिजवान अली कोटी, अमित मिश्रा, शिवम सैनी, सोमेश अवस्थी मौजूद थे।
सांसद से किये ये सवाल
👉 ये वो क्षेत्र है जहां पहले कभी जंगल था, पर प्रशासनिक लापरवाही से जंगल हट गया। स्पोर्ट्स स्टेडियम बनाना कितना औचित्यपूर्ण कार्य है।
👉 जहां स्पोर्टस स्टेडियम प्रस्तावित है वहां नजदीक में खंदारी जलाशय है जो पूरे शहर में पेयजल आपूर्ति का विकल्प है। वहां निर्माण और आवाजाही से नाले का पानी जलाशय में मिलेगा।
👉 एयरपोर्ट के पास इतनी बड़ी बिल्डिंग नहीं बना सकते हैं। मैच की शूटिंग ड्रोन से कैसे होगी। क्या हमारी सुरक्षा पर खतरा नहीं होगा?
👉 नीमखेड़ा में मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन का स्टेडियम है, उसी को विकसित क्यों नहीं करते?
👉 गधेरी रोड पर आगे जाकर ये स्टेडियम बना रहे हो, उस सड़क को चौड़ा करने के लिए क्या आप पेड़ नही काटोगे?
खेल आयोजन के दौरान जब जनता बाहर निकलेगी तो ट्रैफिक की स्थिति का अंदाज़ा आप लगा सकते हो। ऐसी स्थित में फ्लाइट पकड़ने वालों की स्थिति क्या होगी?
खेल आयोजन के दौरान जब जनता बाहर निकलेगी तो ट्रैफिक की स्थिति का अंदाज़ा आप लगा सकते हो। ऐसी स्थित में फ्लाइट पकड़ने वालों की स्थिति क्या होगी?
👉 अगर वैकल्पिक स्थान है और बनी बनाई व्यवस्था है तो उसी को आप विकसित क्यों नहीं करते?
👉 आज तक टाइगर सफारी हमें मिली ही नही क्योंकि आपकी स्पोर्ट्स स्टेडियम की जिद ले डूबी?
👉 सांसद जी कृपया वन्य प्राणियों को खसरे नंबर की सीमा से बांध कर आप उन्हें सजा मत दीजिए।