जबलपुर। जूडा हड़ताल में नया मोड़ आ गया है। सरकार ने जूनियर डॉक्टर्स को नोटिस देते हुए सीट छोड़ने के एवज में 30 लाख रुपये जमा करने के आदेश दिए हैं। अब हालात यह बन गए हैं कि जिन हाथों में कल तक स्टेथोस्कोप हुआ करता था आज उन हाथों में भीख मांगने के लिए जूनियर डॉक्टरों ने कटोरा लिया हुआ है। राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए जूनियर डॉक्टर ने कहा कि हमारी जो मांगे हैं, वह जायज है। बावजूद इसके राज्य सरकार हमसे अब सीट लीविंग बॉण्ड के पैसे मांग रही है। जिसके लिए हम सड़क पर उतर कर भीख मांग रहे हैं।
राज्य सरकार के खिलाफ जूनियर डॉक्टर ने हड़ताल कर दी है। लिहाजा उसको देखते हुए सरकार ने भी तमाम डॉक्टरों को बॉन्ड के अनुरूप 30 लाख रूपए देने का फरमान सुनाया है। जिसको लेकर जूनियर डॉक्टरों में और भी आक्रोश पनपने लगा है। जबलपुर मेडिकल कॉलेज में राज्य सरकार के इस नोटिस का जवाब देते हुए जूडा ने जबलपुर शहर की सड़कों में उतर कर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
अपनी 6 सूत्री मांगों को लेकर बीते 6 दिनों से मध्य प्रदेश के तमाम जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर है। इस दौरान हाई कोर्ट ने जूनियर डॉक्टरों को वापस काम पर लौटने के निर्देश भी दिए। बावजूद इसके कि हाईकोर्ट के निर्देश का पालन करें जूनियर डॉक्टरों ने सामूहिक रूप से पूरे प्रदेश में इस्तीफा दे दिया। इसके बाद अब राज्य सरकार जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करना शुरू कर दी है।