नई दिल्ली। योगगुरु बाबा रामदेव के आयुर्वेद और ऐलोपैथी को लेकर दिए गये बयान के बाद विवाद अभी थमा भी नहीं था कि उत्तर प्रदेश के मथुरा की सांसद हेमामलिनी ने कोरोना महामारी से बचने के लिए हवन करने का बयान दे डाला। एक्ट्रेस से सांसद बनने वाली हेमामालिनी ने दावा किया है कि हर रोज घर में हवन करने से देश की जनता कोविड-19 समेत अन्य जानलेवा बीमारियों से अपना बचाव कर सकती है। हेमा के इस बयान से अब सोशल मीडिया पर हलचल मच गई है और यूजर्स भड़क गये हैं।
दरअसल पर्यावरण दिवस के मौके पर मथुरा की सांसद हेमामालिनी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया जिसमें वह अपने घर में सोफे पर बैठकर हवन करती दिखाई दे रही हैं। सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो को लेकर मथुरा सांसद का कहना है। “जब से कोरोना आया तब से मैं इसे रोज करती हूं, रोज़ हवन करने से वातावरण भी शुद्ध होता है।” वीडियो में देखा जा सकता है कि हेमा मालिनी कह रही है, ‘प्राचीन काल से ही भारत में हवन करने की प्रथा को लाभदायक एवं नकारात्मक शक्तियों को दूर करने और सकारात्मक शक्तियों के आह्वान का सही उपाय माना गया है। आज पूरा विश्व महामारी और पर्यावरण के संकट की विभीषिका झेल रहा है, ऐसे में सिर्फ पर्यावरण दिवस पर ही नहीं, बल्कि जब तक इस कोरोना महामारी का अंत न हो जाए तब तक हर दिन अपने घर में हवन करें।’
यूजर्स ने कसा तंज
वीडियो के वायरल होते ही तमाम सोशल मीडिया यूजर्स भड़क गये और उ नपर तंज कसने लगे। एक यूजर ने लिखा ‘हवन करना अच्छी बात है, लेकिन इस जानलेवा बीमारी मे हमें अन्धविश्वास में नहीं पड़ना चाहिये क्योंकि अगर लोग हवन करने से बच जाते तो हजारों साधु-सन्त कोरोना महामारी की चपेट में आकर अपनी जान नहीं गंवाते। अगर हवन से बचाव हो सकता तो कोरोना होने पर राष्ट्रपति एम्स की शरण में नही जाते’। एक अन्य यूजर ने तंज कसा ‘इन्हें मथुरा की जनता ने सेवा करने के लिए नहीं बल्कि, हवन करने के लिए सांसद बनाया था। महीने का 5 लाख रूपये खर्चा मिलता है इनको हवन करने के लिए। मथुरा वालों ने कैसे सांसद चुन रखे हैं। बताइए, है जनता ही बेवकूफ या नहीं?’
यूजर्स ने कसा तंज
वीडियो के वायरल होते ही तमाम सोशल मीडिया यूजर्स भड़क गये और उ नपर तंज कसने लगे। एक यूजर ने लिखा ‘हवन करना अच्छी बात है, लेकिन इस जानलेवा बीमारी मे हमें अन्धविश्वास में नहीं पड़ना चाहिये क्योंकि अगर लोग हवन करने से बच जाते तो हजारों साधु-सन्त कोरोना महामारी की चपेट में आकर अपनी जान नहीं गंवाते। अगर हवन से बचाव हो सकता तो कोरोना होने पर राष्ट्रपति एम्स की शरण में नही जाते’। एक अन्य यूजर ने तंज कसा ‘इन्हें मथुरा की जनता ने सेवा करने के लिए नहीं बल्कि, हवन करने के लिए सांसद बनाया था। महीने का 5 लाख रूपये खर्चा मिलता है इनको हवन करने के लिए। मथुरा वालों ने कैसे सांसद चुन रखे हैं। बताइए, है जनता ही बेवकूफ या नहीं?’
एक ट्विटर यूजर ने लिखा ‘सोफे पर बैठकर हवन।’ ये लोग हिंदुत्व के ठेकेदार बनकर सिर्फ जनता के वोट ले लेते हैं और बाद में बाद में उसी हिंदुत्व का मजाक भी बना देते हैं। खासकर बॉलीवुड के अधिकांश सेलेब्रेटी। सोफे पर बैठकर हवन करना हिन्दू धर्म में कहीं से भी जायज नहीं है। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूँ।’