
जबलपुर। कड़े नियमों के लिए मषहूर हो चुके भारतीय स्टेट बैंक में हद दर्जे की लापरवाही भी होती है, इस बात का आरोप सिहोरा के एक किसान द्वारा की गई षिकायत से खुद ही साबित हो रही है। मामला ऐसा है कि किसान के बचत खाते से किसी अज्ञात जालसाज ने पहले एक मोबाइल नम्बर लिंक कराया और फिर बाद में एटीएम कार्ड भी जारी करा लिया। इतना ही नहीं उस एटीएम कार्ड के जरिये किसान के खाते से 1.78 लाख रुपये की रकम भी निकाल ली। अब पीड़ित किसान बैंक के चक्कर काट रहा है।
जालसाजों ने एक किसान के बैंक खाते से 1.78 लाख रुपए निकाल लिए। किसान का पहले केसीसी खाता था। उसने उसे बाद में सामान्य खाते में तब्दील करा लिया। उसने एटीएम कार्ड जारी नहीं कराया था। जालसाज ने उसके खाते में एक मोबाइल नंबर लिंक कराते हुए कार्ड जारी करा लिया। सारी रकम इसी के जरिए निकाली गई है। पीड़ित किसान की शिकायत पर सिहोरा पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
सिहोरा पुलिस के मुताबिक गुरजी गांव निवासी तुलसीराम पटेल की एसबीआई सिहोरा में खाता है। पूर्व में उसका खाता केसीसी के तौर पर खुला था। तुलसीराम ने इसे बाद में सामान्य खाते में परिवर्तित करा लिया। उसके खाते में उसका मोबाइल नंबर लिंक था, जबकि उसने एटीएम कार्ड जारी नहीं कराया था। जालसाज ने उसके खाते में 8989009431 नंबर लिंक करा दिया। इसका खुलासा ठगी होने के बाद बैंक से हुआ। उसके खाते में 25 जून की स्थित में 1.28 लाख रुपए थे। इसके बाद भी उसके खाते में पैसे जमा किए गए थे, पर बिना कोई रकम निकाले खाते से पैसे कोई उड़ा दिया।
दो जुलाई को हुआ खुलासा
इसका खुलासा दो जुलाई को हुआ, जब वह बैंक से पैसे निकालने गया। वहां बताया गया, उसके खाते में 457 रुपए ही बचे हैं। उसने बैंक के पासबुक में एंट्री कराई। तब उसे मालूम चला कि उसके खाते से 28 जून को हनुमान मंदिर जबलपुर स्थित एटीएम से दो बार में 20-20 हजार, 29 जून को धनवंतरी नगर स्थित एटीएम से दो बार में 20- 20 हजार, 30 जून को बरनी गुरुकुल से दो बार में 20-20 हजार रुपए निकाले गए। उसके खाते में अर्चना यादव ने 25 हजार रुपए जमा किए।


एक भी मैसेज नहीं आया
1 व 2 जुलाई को भी उसके खाते से अलग-अलग एटीएम से पैसे निकाले गए। उसके खाते से कुल 1 लाख 78 हजार रुपए निकाले गए हैं। उसके खाते से पैसे निकाले जाने का कोई मैसेज नहीं आया। जबकि पूर्व में हर ट्रांजेक्शन का मैसेज आता था। तुलसीराम ने इस मामले में बैंक के ही किसी कर्मी की मिलीभगत का आरोप लगाया है। उसने आरोप लगाया है कि आखिर बिना उसके आवेदन दिए कैसे कोई एटीएम कार्ड जारी कराने के साथ दूसरा मोबाइल नंबर लिंक करा सकता है। सिहोरा पुलिस पैसे निकाले जाने वाली तारीख का सीसीटीवी फुटेज जुटाने के प्रयास में जुटी है। इससे आरोपी के बारे में पता चल पाएगा। सिहोरा पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच में लिया है।
इसका खुलासा दो जुलाई को हुआ, जब वह बैंक से पैसे निकालने गया। वहां बताया गया, उसके खाते में 457 रुपए ही बचे हैं। उसने बैंक के पासबुक में एंट्री कराई। तब उसे मालूम चला कि उसके खाते से 28 जून को हनुमान मंदिर जबलपुर स्थित एटीएम से दो बार में 20-20 हजार, 29 जून को धनवंतरी नगर स्थित एटीएम से दो बार में 20- 20 हजार, 30 जून को बरनी गुरुकुल से दो बार में 20-20 हजार रुपए निकाले गए। उसके खाते में अर्चना यादव ने 25 हजार रुपए जमा किए।

पासबुक में एंट्री कराने पर हुआ ठगी का खुलासा।

पीड़ित के खाते से जालसाज ने 1.78 लाख रुपए निकाल लिए।
1 व 2 जुलाई को भी उसके खाते से अलग-अलग एटीएम से पैसे निकाले गए। उसके खाते से कुल 1 लाख 78 हजार रुपए निकाले गए हैं। उसके खाते से पैसे निकाले जाने का कोई मैसेज नहीं आया। जबकि पूर्व में हर ट्रांजेक्शन का मैसेज आता था। तुलसीराम ने इस मामले में बैंक के ही किसी कर्मी की मिलीभगत का आरोप लगाया है। उसने आरोप लगाया है कि आखिर बिना उसके आवेदन दिए कैसे कोई एटीएम कार्ड जारी कराने के साथ दूसरा मोबाइल नंबर लिंक करा सकता है। सिहोरा पुलिस पैसे निकाले जाने वाली तारीख का सीसीटीवी फुटेज जुटाने के प्रयास में जुटी है। इससे आरोपी के बारे में पता चल पाएगा। सिहोरा पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच में लिया है।