
रामनगर। कावेरी नदी पर मेकेदातु परियोजना के क्रियान्वयन की मांग को लेकर मंगलवार को कांग्रेस पार्टी की पदयात्रा के तीसरे दिन, पार्टी के 40 नेताओं के विरुद्ध कोविड-19 नियमों के उल्लंघन के आरोप में एक और प्राथमिकी दर्ज की गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार और अन्य पर कोविड नियमों का उल्लंघन कर सोमवार को जुलूस निकालने के आरोप में सतनूर पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं और बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने डोड्डालहल्ली से कनकपुरा तक 15 किलोमीटर लंबा जुलूस निकाला था।
प्राथमिकी में शिवकुमार के भाई और बेंगलुरु ग्रामीण से सांसद डी के सुरेश, पूर्व मंत्रियों कृष्ण बायरे गौड़ा, एच. आंजनेय और पार्टी के नेताओं नारायणस्वामी, मोतम्मा, पी. टी. परमेश्वर नाईक, ध्रुवनारायण समेत अन्य के नाम दर्ज हैं। पहली प्राथमिकी, रविवार को नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में सतनूर पुलिस थाने में दर्ज की गई थी जिसमें शिवकुमार और सुरेश समेत 30 लोग नामजद हैं। इनमें नेता प्रतिपक्ष सिद्धरमैया, पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य शामिल हैं। लगभग 139 किलोमीटर की पदयात्रा का 19 जनवरी को बेंगलुरु के बसवनगुड़ी में समापन होना है।
इस बीच आज सिद्धरमैया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार परेशान होकर पदयात्रा को रोकने का प्रयास कर रही है लेकिन वे पहले से तय योजना के अनुसार चलेंगे। सिद्धरमैया ने कहा, “उन्होंने हम 30 लोगों पर मामला दर्ज किया है और इससे भी ज्यादा मामले दर्ज कर सकते हैं। हम मामलों से नहीं डरते, अगर उन्हें लगता है कि मामले दर्ज कर हमें डरा सकते हैं तो हम भाजपा सरकार को मूर्ख सरकार कह सकते हैं…हम इससे कानूनी तरीके से निपटेंगे।
प्राथमिकी में शिवकुमार के भाई और बेंगलुरु ग्रामीण से सांसद डी के सुरेश, पूर्व मंत्रियों कृष्ण बायरे गौड़ा, एच. आंजनेय और पार्टी के नेताओं नारायणस्वामी, मोतम्मा, पी. टी. परमेश्वर नाईक, ध्रुवनारायण समेत अन्य के नाम दर्ज हैं। पहली प्राथमिकी, रविवार को नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में सतनूर पुलिस थाने में दर्ज की गई थी जिसमें शिवकुमार और सुरेश समेत 30 लोग नामजद हैं। इनमें नेता प्रतिपक्ष सिद्धरमैया, पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य शामिल हैं। लगभग 139 किलोमीटर की पदयात्रा का 19 जनवरी को बेंगलुरु के बसवनगुड़ी में समापन होना है।
इस बीच आज सिद्धरमैया ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार परेशान होकर पदयात्रा को रोकने का प्रयास कर रही है लेकिन वे पहले से तय योजना के अनुसार चलेंगे। सिद्धरमैया ने कहा, “उन्होंने हम 30 लोगों पर मामला दर्ज किया है और इससे भी ज्यादा मामले दर्ज कर सकते हैं। हम मामलों से नहीं डरते, अगर उन्हें लगता है कि मामले दर्ज कर हमें डरा सकते हैं तो हम भाजपा सरकार को मूर्ख सरकार कह सकते हैं…हम इससे कानूनी तरीके से निपटेंगे।