गोरखपुर थाना प्रभारी पर बड़ी कार्रवाईः लाइन अटैच के बाद एसपी ने किया निलंबित - Khabri Guru

Breaking

गोरखपुर थाना प्रभारी पर बड़ी कार्रवाईः लाइन अटैच के बाद एसपी ने किया निलंबित


जबलपुर। गोरखपुर थाना प्रभारी अर्चना नागर पर एक बार फिर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने कार्रवाई करते हुए निलंबन का आदेश थमाया है। एसपी की इस कार्रवाई को लेकर फिर से पुलिस महकमा में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। कुछ दिन पहले ही एसपी ने कामकाज ठीक से नहीं करने पर गोरखपुर थाना प्रभारी को लाइन अटैच कर दिया था लेकिन एक गंभीर शिकायत के चलते निलंबित कर दिया।

टीआई अर्चना नागर का विवादों से चोली-दामन का साथ रहा। उज्जैन व भोपाल में पदस्थापना के समय भी वे रिश्वत मामले में बर्खास्त रहीं। कोर्ट के आदेश पर वापसी करने वाली नागर का जबलपुर के गोरखपुर थाने में पांच महीने का कार्यकाल विवादों में रहा। आंकड़ों से खुद की पीठ थपथपाने वाले टीआई के कई ऐसे कारनामें भी सामने आए, जो वास्तविकता से परे ओर किसी दूसरे के इशारे पर किए गए। इन कारनामों की अलग से जांच भी कराई जा रही है।

विहिप और गोरखपुर व्यापारी संघ ने टीआई नागर को हटाने पर धन्यवाद ज्ञापन सौंपा।

क्षेत्रीय लोग टीआई के निलंबन को लेकर दो फाड़ हुए
टीआई नागर के पहले लाइन अटैच और फिर निलंबन की कार्रवाई को लेकर दो फाड़ हुए हैं। जहां शुक्रवार को कुछ संगठन एसपी के नाम व आईजी को ज्ञापन सौंपकर टीआई की कार्यप्रणाली का समर्थन करने पहुंचे थे। वहीं शनिवार को विश्व हिंदू परिषद महानगर के जिला मंत्री यतीन्द्र उपाध्याय और गोरखपुर व्यापारी संघ के सदस्यों ने एसपी कार्यालय पहुंचकर धन्यवाद ज्ञापन सौंपा। विहिप और व्यापारी संघ ने टीआई पर कार्रवाई का समर्थन करते हुए एसपी को बधाई दी। एएसपी ग्रामीण शिवेश सिंह बघेल को धन्यवाद ज्ञापन सौंपकर टीआई नागर पर की गई कार्रवाई को जायज ठहराते हुए आभार व्यक्त किया।

ये आरोप पड़े भारी

गोरखपुर टीआई रहते हुए नागर पर आरोप है कि विभाग से रिटायर हो चुके एक अधिकारी के इशारे पर काम करने का आरोप लगता रहा। आलम ये रहा कि दिवाली के पहले छोटी लाइन पर हुई फायरिंग में घायल कुम्हार के घायल होने पर विजय यादव के भाई को आरोपी बनाने का प्रयास किया गया। जबकि ये फायर छोटू चौबे गैंग द्वारा किया गया था। इस खेल की जानकारी लगने पर एसपी ने आईपीएस प्रियंका शुक्ला को जांच सौंप दी है। इसके अलावा नागर के खिलाफ उनके ही स्टाफ ने रिश्वत मांगने संबंधी वीडियो अधिकारियों तक पहुंचा दिया था। ऊपर से सीएसपी गोरखपुर आलोक शर्मा और एएसपी सिटी रहे रोहित काशवानी से विवाद ने पूरे पुलिस महकमें को सन्न कर दिया था।

टीआई ने लाइन अटैच को कोर्ट में किया चैलेंज
टीआई नागर ने लाइन अटैच के आदेश को कोर्ट में चैलेंज करते हुए स्टे की अपील की है। टीआई का दावा है कि उस पर कोर्ट से केस वापस लेने का दबाव बनाया गया। यहां तक चेतावनी दी गई कि प्रकरण वापस नहीं लेने पर उसका कैरियर तबाह हो सकता है। उधर लगातार हो रही कार्रवाई के चलते टीआई नागर का स्वास्थ्य खराब होने की बात सामने आई है। बताया जाता है कि उनका बीपी बढ़ गया है। इसके चलते उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।

पेज