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विेशेष सचिव प्रफुल्ल कमल के खिलाफ अधिवक्ताओं का प्रदर्शन |
वाराणसी। काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी परिसर विवाद पर बुधवार को सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर की अदालत में होने वाली महत्वपूर्ण सुनवाई से पूर्व अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत हो गए हैं। उत्तर प्रदेश के विशेष सचिव प्रफुल्ल कमल के जिलाधिकारियों को भेज पत्र को लेकर वो उत्तेजित हैं। उन्होंने कलेक्टर पोर्टिको में जमकर प्रदर्शन भी किया। इसी बीच काशी विश्वनाथ मंदिर- ज्ञानवापी परिसर प्रकरण में होने वाली आज की सुनवाई को लेकर वादी पक्ष के अधइवक्ताओं ने बनारस बार के अधियक्ष से सुनवाई में शामिल होने की इजाजत मांगी है। हालांकि इस पर बार अध्यक्ष धीरेंद्र नाथ शर्मा ने कहा है कि बार की कार्यसमिति की बैठक के बाद ही फैसला लिया जाएगा।
ऐसा क्या लिखा है विशेष सचिव के पत्र में
अधिवक्ताओं का कहना है कि प्रदेश सरकार के विशेष सचिव प्रफुल्ल कमल की ओर से राज्य के सभी डीएम को एक पत्र भेजा गया है। पत्र में विशेष सचिव ने जैसा लिखा है, उनकी मंशा वकीलों को अराजक संबोधित करने की है। इसी बात को लेकर बनारस बार एसोसिएशन और दी सेंट्रल बार एसोसिएशन के वकील प्रदर्शन कर रहे हैं।
वकीलों ने की जमकर नारेबाजी
वकीलों ने प्रदर्शन और नारेबाजी करते हुए यूपी सरकार के विशेष सचिव प्रफुल्ल कमल की चिट्ठी को आग के हवाले किया। कहा कि विशेष सचिव अपनी चिट्ठी को वापस लें। अन्यथा की स्थिति में 20 मई को प्रदेश के सभी जिलों में वकील प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान यूपी सरकार के विशेष सचिव प्रफुल्ल कमल के खिलाफ वकीलों ने जमकर नारेबाजी की।
अधिवक्ताओं का कहना है कि प्रदेश सरकार के विशेष सचिव प्रफुल्ल कमल की ओर से राज्य के सभी डीएम को एक पत्र भेजा गया है। पत्र में विशेष सचिव ने जैसा लिखा है, उनकी मंशा वकीलों को अराजक संबोधित करने की है। इसी बात को लेकर बनारस बार एसोसिएशन और दी सेंट्रल बार एसोसिएशन के वकील प्रदर्शन कर रहे हैं।
वकीलों ने की जमकर नारेबाजी
वकीलों ने प्रदर्शन और नारेबाजी करते हुए यूपी सरकार के विशेष सचिव प्रफुल्ल कमल की चिट्ठी को आग के हवाले किया। कहा कि विशेष सचिव अपनी चिट्ठी को वापस लें। अन्यथा की स्थिति में 20 मई को प्रदेश के सभी जिलों में वकील प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान यूपी सरकार के विशेष सचिव प्रफुल्ल कमल के खिलाफ वकीलों ने जमकर नारेबाजी की।
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वादी पक्ष ने बनारस बार के अध्यक्ष को लिखा पत्र |
वहीं मां श्रृंगार गौरी प्रकरण की वादिनी महिलाओं के वकील मदन मोहन यादव ने अधिवक्ताओं की हड़ताल के मद्देनजर दी बनारस बार एसोसिएशन के अध्यक्ष को पत्र लिखकर कहा है कि ज्ञानवापी मामले पर पूरे देश की निगाह है, इसलिए इस मामले की सुनवाई में शामिल होने के लिए बार एसोसिएशन अधिवक्ताओं को छूट दे।