
भोपाल। मध्य प्रदेश में राज्यसभा की तीन सीटें खाली हो रही हैं। इसमें दो सीट बीजेपी और एक सीट कांग्रेस के खाते में जा रही है। कांग्रेस की तरफ से विवेक तन्खा का कार्यकाल 29 जून को समाप्त हो रहा है। तन्खा की जगह को लेकर पार्टी की तरफ से असमंजस की स्थिति बनी हुई थी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से बातचीत के बाद शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में वरिष्ठ वकील विवेक तन्खा को दोबारा उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया।
कांग्रेस के सीनियर लीडर और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा एक बार फिर राज्यसभा जाएंगे। कांग्रेस की ओर से उन्हें दूसरी बार उम्मीदवार बनाया गया है। पार्टी ने विवेक तन्खा को राज्यसभा भेजकर 'कश्मीरी पंडित' कार्ड खेला है। रात को इसकी लिस्ट जारी कर दी गई। सोमवार सुबह 11 बजे तन्खा पीसीसी दफ्तर पहुंचकर कांग्रेस नेताओं से मुलाकात करेंगे। यहां से पीसीसी ची
फ कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कांग्रेस नेताओं के साथ विधानसभा पहुंचकर नामांकन दाखिल करेंगे। शनिवार शाम तन्खा भोपाल पहुंचे हैं। आज उन्होंने कमलनाथ से मिलने के बाद पीसीसी में वकीलों के साथ बैठक कर नामांकन की तैयारी की है।
रविवार को कमलनाथ ने विवेक तन्खा को राज्यसभा का कांग्रेस का प्रत्याशी बनाए जाने के सवाल पर कहा कि विवेक तन्खा कांग्रेस पार्टी के प्रतिबद्ध नेता हैं। वे मध्य प्रदेश के सबसे कम उम्र के एडवोकेट जनरल रहे हैं। कांग्रेस पार्टी में परंपरा है कि किसी व्यक्ति को दो बार सभा का सदस्य बनाया जाता है। उसी परंपरा का पालन करते हुए तन्खा को दोबारा राज्यसभा का प्रत्याशी बनाया गया है।