
भोपाल। मध्य प्रदेश निकाय चुनाव होने वाले हैं। जिसको लेकर भाजपा और कांग्रेस अपने-अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर रहे हैं। इसी बीच भाजपा ने 16 में से 13 महापौर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। लेकिन इंदौर, ग्वालियर और रतलाम को लेकर पेंच फंसा हुआ है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद भाजपा ने मंगलवार को 16 में से 13 नामों की सूची जारी कर दी।
ग्वालियर को लेकर मुश्किल में भाजपा
भाजपा के लिए सबसे ज्यादा मुश्किल ग्वालियर को लेकर हो रही है क्योंकि ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर के बीच रार देखने को मिल रही है। दोनों नेता अपने-अपने करीबियों को टिकट दिलाया चाहते हैं। लेकिन पार्टी किसी एक का नाम फाइनल नहीं कर पा रही है। दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पूर्व मंत्री माया सिंह का नाम और नरेंद्र सिंह तोमर ने सुमन शर्मा का नाम आगे बढ़ाया है। ऐसी स्थिति में किसे उम्मीदवार बनाया जाए, इसको लेकर पार्टी में गहन चिंतन हो रहा है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, ग्वालियर से उम्मीदवार को फाइनल करने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बीच एक बैठक होने वाली है। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बैठक में उम्मीदवार के नाम का फैसला हो जाएगा। ऐसा ही कुछ हाल इंदौर और रतलाम को लेकर भी दिखाई दे रहा है।
आपको बता दें कि नरेंद्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया एकसाथ ग्वालियर एयरपोर्ट पहुंचे, जहां पर उन्होंने बताया कि ग्वालियर उम्मीदवार का ऐलान आज हो जाएगा। इस दौरान दोनों मुस्कुराते हुए भी दिखाई दिए। जिसको लेकर अंदेशा जताया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच उम्मीदवार को लेकर सहमति बन गई है। लेकिन बैठक बाद ही सभी पत्ते खुलेंगे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कुछ सप्ताह पहले ग्वालियर में ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर को लेकर संतुलित नजर आए थे और मंच से एकजुटता का संदेश देने की भी कोशिश की थी। दरअसल, मंच पर मुख्यमंत्री चौहान के एक तरफ उनकी पत्नी साधना सिंह जबकि दूसरी तरफ ज्योतिरादित्य सिंधिया बैठे हुए थे। ऐसे में मुख्यमंत्री चौहान ने अपनी पत्नी को उठाकर उस स्थान पर नरेंद्र सिंह तोमर को बैठाया था और यह संदेश देने की कोशिश की थी कि ग्वालियर-चंबल इलाके में सबकुछ ठीक है।