"आज से 100 साल पहले अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ देशभक्ति पूर्ण भावनाओ के साथ टकराने ,और अपने तिरंगे झंडे को टाऊन हाल जैसी सरकारी इमारत में फेराने का काम जिन बहादुरों ने किया वह देश के इतिहास में सदैव एक अमर कारनामा माना जायेगा।
उपयुक्त विचार जबलपुर नगर निगम के महापौर जगत बहादुर अन्नू ने शहीद स्मारक ट्रस्ट एव मध्य प्रदेश कांग्रेस स्वतंत्रता संग्राम उत्तराधिकारी संघ के माध्यम से संयुक्त तत्वाधान में आयोजित झंडा सत्याग्रह की शताब्दी के अवसर पर व्यक्त किये।
इस अवसर पर सबसे पहले नगर के कथाकार राजेन्द्र चंद्रकांत राय द्वारा लिखित पटकथा एव संजीव चौधरी द्वारा निर्मित झंडा सत्याग्रह व्रत चित्र का प्रदर्शन किया गया ,पूर्व सांसद रामेश्वर निखरा वरिष्ठ समाज सेवी बाबु विश्व मोहन,डॉ अरविंद जैन ,वरिष्ट नेता मदन तिवारी एव स्वामी बलवन्त नंद जी ने झंडा सत्यग्रह के इतिहास पर केंद्रित पुस्तक जबलपुर झंडा सत्याग्रह के 100 साल खोज की नई वीथिया का लोकार्पण किया ।
बताया गया है कि 1923 के झंडा सत्याग्रह आंदोलन ने कुल 33 सत्याग्रहियों को अंग्रेज सरकार ने सजा दी थी उन परिवरों में से केवल 7 परिवार ही मिल सके ।
शेष परिवार में से 12,14 परिवार जबलपुर छोड़ कर बहुत पहले जा चुके है ।एवं लगभग10 12 परिवारों के बारे में जानकारी देने वाला कोई नही मिला ।झंडा सत्याग्रही परिवारों से उनके परिजनों का कार्ययकर्म अभीनंदन किया गया 1923 जबलपुर नगर पालिका के सभा पति बाबू कनछेदी लाल जैन वकील झंडा फहराने वाले प्रेमचंद जैन उस्ताद सीताराम जादव परमानंद जैन और खुशहाल चंद जैन मान पत्र के रचनाकार बालमुकुंद त्रिपाठी देवीप्रसाद शुक्ल नीमपत्ती और लक्मण सिंग चौहान सुभद्रा कुमारी चौहान परिवार के परिजन इस आयोजन में सम्मानित किए गए
रूपेंद्र पटेल अनुराग जैन गढ़ावाल डॉ प्रशांत मिश्र सतीश तिवारी राजकिशोर शिव नामदेव संतोष अग्रवाल नवनीत जैन डॉ आनंद तिवारी आलोक पाठक मोहन शशि ने आयोजन में सक्रिय भागीदारी निभाई।
पूर्व विधायक नित्यनिरंजन खम्परिया ने अध्यक्षता की विवेचना के बी के बिहारी व्योहार ने संचालन किया और अनुराग जैन गढ़ावाल में आभार माना
विवेक अवस्थी इंदिरा पाठक तिवारी गीता शरद तिवारी सार्थक सेठी मुकेश पटेल सहित अनेकों गणमान्य नागरिक उपस्तिति उलेखनीय रही।
विवेक अवस्थी इंदिरा पाठक तिवारी गीता शरद तिवारी सार्थक सेठी मुकेश पटेल सहित अनेकों गणमान्य नागरिक उपस्तिति उलेखनीय रही।