जबलपुर। हादसों के बाद अक्सर लोग मायूस हो जाते हैं, लेकिन करमेता निवासी रिंकू ने यह साबित कर दिया कि सच्चा हौसला किसी भी बाधा को मात दे सकता है। बाइक दुर्घटना में पैर और रीढ़ की हड्डी निष्क्रिय हो जाने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। बैटरी वाली गाड़ी के सहारे वे अकेले ही नए फ्लाईओवर का पूरा सफर तय कर आए।
दमोह नाका से रानीताल तक पूरे फ्लाईओवर की सैर कर रिंकू लौटे तो चेहरे पर संतोष और आंखों में चमक थी। उनका कहना है कि इसी बैटरी गाड़ी से आसपास घूमना अब उनका रोज़ का सुकून बन गया है।
फ्लाईओवर के लोकार्पण के बाद लाखों लोग अपने परिवारों के साथ इसकी खूबसूरती निहार चुके हैं, पर रिंकू का हौसला सबसे अलग और प्रेरणादायक रहा।
खबरी गुरु परिवार ने उनके जज्बे को सलाम करते हुए कामना की है कि वे जल्द पूर्ण स्वस्थ होकर अपने सपनों को नई उड़ान दे सकें। उनकी यह पहल समाज को यह संदेश देती है कि विपरीत परिस्थितियों में भी हिम्मत और सकारात्मक सोच के साथ जीवन को आगे बढ़ाया जा सकता है।