भोपाल। हरिद्वार में कुंभ मेले से लौटने वालों को कुछ दिन होम क्वारेंटाइन होना पड़ेगा। इसे लेकर शनिवार को गृह विभाग ने एक आदेश जारी किया है जिसमें कहा गया है कि कुंभ से अपने गावं-शहर पहुंचने के बाद संबंधित व्यक्ति को जिला कलेक्टर को इस बारे में जानकारी देनी होगी। कोविड 19 संक्रमण की रोकथाम और बचाव के लिये कुंभ मेले से वापिस आए श्रद्धालु अपने गांव या शहर पहुंचते ही इसकी जानकारी कलेक्टर को देने के निर्देश दिए गए हैं।
अपने लौटने की जानकारी देने के लिये हर जिले में एक डेडिकेटेड फोन नंबर दिया गया है, जिस पर बताया जा सकता है कि संबंधित व्यक्ति हरिद्वार कुंभ से वापिस घर आया है। इसके बाद दिए गए दिशा-निर्देशों के मुताबिक व्यक्ति को सेल्फ आइसोलेशन या होम क्वारेंटाइन होना पड़ेगा। बता दें कि कुंभ में देशभर के लाखों लोगों ने हिस्सा लिया था और सैंकड़ों साधु संत भी इसमें शामिल हुए थे। प्रधानमंत्री की अपील के बाद साधु संतों ने कुंभ को समय पूर्व समाप्त करने की घोषणा कर दी है। शुक्रवार को निरंजनी अखाड़े ने महाकुंभ समाप्ति की घोषणा की थी, इसके बाद शनिवार को जूना अखाड़े ने भी कुंभ समाप्त करने की घोषणा कर दी है। महाकुंभ के प्रारंभ होने के बाद से ही हरिद्वार में कोरोना बहुत तेजी से फैल रहा हैं। अखाड़ों के साधु-संत भी इसकी चपेट में आ रहे है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि भी हाल ही में कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। जबकि जबलपुर से कुम्भ में शामिल होने गए नृसिंह पीठाधीष्वर डाॅ.स्वामी श्याम देवाचार्य जी महाराज का देहावसान भी हरिद्वार में कोरोनाग्रस्त होने से लौटने पर गत दिवस हो गया है। ऐसी घटनाओं से सरकार ने चिन्ता जाहिर करते हुए कुम्भ मेले से लौटने वाले सभी श्रद्धालुओं से आने की जानकारी जिला प्रशासन को अनिवार्य रूप से देने कहा गया है।
अपने लौटने की जानकारी देने के लिये हर जिले में एक डेडिकेटेड फोन नंबर दिया गया है, जिस पर बताया जा सकता है कि संबंधित व्यक्ति हरिद्वार कुंभ से वापिस घर आया है। इसके बाद दिए गए दिशा-निर्देशों के मुताबिक व्यक्ति को सेल्फ आइसोलेशन या होम क्वारेंटाइन होना पड़ेगा। बता दें कि कुंभ में देशभर के लाखों लोगों ने हिस्सा लिया था और सैंकड़ों साधु संत भी इसमें शामिल हुए थे। प्रधानमंत्री की अपील के बाद साधु संतों ने कुंभ को समय पूर्व समाप्त करने की घोषणा कर दी है। शुक्रवार को निरंजनी अखाड़े ने महाकुंभ समाप्ति की घोषणा की थी, इसके बाद शनिवार को जूना अखाड़े ने भी कुंभ समाप्त करने की घोषणा कर दी है। महाकुंभ के प्रारंभ होने के बाद से ही हरिद्वार में कोरोना बहुत तेजी से फैल रहा हैं। अखाड़ों के साधु-संत भी इसकी चपेट में आ रहे है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि भी हाल ही में कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। जबकि जबलपुर से कुम्भ में शामिल होने गए नृसिंह पीठाधीष्वर डाॅ.स्वामी श्याम देवाचार्य जी महाराज का देहावसान भी हरिद्वार में कोरोनाग्रस्त होने से लौटने पर गत दिवस हो गया है। ऐसी घटनाओं से सरकार ने चिन्ता जाहिर करते हुए कुम्भ मेले से लौटने वाले सभी श्रद्धालुओं से आने की जानकारी जिला प्रशासन को अनिवार्य रूप से देने कहा गया है।