शहडोल में ऑक्सीजन की कमी से 12 की मौत - Khabri Guru

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शहडोल में ऑक्सीजन की कमी से 12 की मौत


शहडोल। शहडोल जिले के एक शासकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मेडिकल कॉलेज ऑक्सीजन आपूर्ति का दबाव कम हो जाने से कोविड-19 सेंटर के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) वार्ड में 6 घंटे में 12 मरीजों की मौत हो गई। बताया गया है कि रात करीब 12 बजे से ऑक्सीजन का दबाव कम होने लगा था और मरीज तड़पते रहे। किसी तरह उनके परिजन बचाने का प्रयास करते रहे लेकिन अंततः एक-एक कर 12 मरीजों की मौत हो गई। हालांकि अस्पताल प्रबंधन ऑक्सीजन की वजह से 6 मौतों की बात कह रहा है, जबकि बाकी मौतें अन्य कारणों से होना बताया जा रहा है। यह घटना शनिवार-रविवार की बीच रात को हुई।

शासकीय मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ मिलिंद शिरालकर ने बताया, ‘‘मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 सेंटर के आईसीयू वार्ड में 62 गंभीर मरीज भर्ती थे। बीती देर रात तरल ऑक्सीजन का दबाव कम हो जाने से इन मरीजों में से छह मरीजों की मौत हो गई।’’

उन्होंने कहा कि अन्य गंभीर मरीज सुरक्षित है। शिरालकर ने बताया, ‘‘विशेषज्ञों को बुलाया गया है और इस घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है।’’ उन्होंने कहा कि शहडोल मेडिकल कॉलेज में 10 केएलडी भंडारण क्षमता वाला ऑक्सीजन संयंत्र है। इसके लिए तरल ऑक्सीजन बाहर के राज्यों से आती है क्योंकि मध्य प्रदेश में इसका उत्पादन नहीं होता। शिरालकर ने बताया कि शनिवार देर शाम तक ऑक्सीजन खत्म हो रही थी, इसलिए तरल ऑक्सीजन प्रदान करने वाली संस्था से लगातार संपर्क किया जा रहा था, लेकिन वाहन देर रात तक तरल ऑक्सीजन लेकर नहीं पहुंचा, जिसके चलते मरीजों को दी जाने वाली ऑक्सीजन का दबाव कम हो गया।

आखिर कब जागेगी सरकार: कमलनाथ

इस बीच, मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के नेतृत्व वाली प्रदेश की भाजपा नीत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘अब शहडोल में ऑक्सीजन की कमी से लोगों की मौत होने की बेहद दुखद खबर। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, सागर, जबलपुर, खंडवा एवं खरगोन में ऑक्सीजन की कमी से लोगों की मौत होने के बाद भी सरकार नहीं जागी। आखिर कब तक प्रदेश में ऑक्सीजन की कमी से यूं ही मौत होती रहेंगी?’’ उन्होंने कहा, ‘‘शिवराज जी आप कब तक ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर गलत आंकड़े परोसकर झूठ बोलते रहेंगे। जनता रूपी भगवान रोज दम तोड़ रहा है। प्रदेश भर में यही स्थिति है और अधिकांश जगह ऑक्सीजन का भीषण संकट है।’’ कमलनाथ ने लिखा, ‘‘रेमडेसिविर की भी यही स्थिति है।सिर्फ सरकार के बयानो में और आंकड़ों में ही ऑक्सीजन एवं रेमडेसिविर उपलब्ध है, लेकिन अस्पतालों से गायब है। सरकार कागजी बैठकों से निकलकर मैदानी स्थिति सम्भाले। स्थिति बेहद विकट है।

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