जबलपुर। अपने करीबी लोगों को खो देने के बाद व्यक्ति का गुस्सा फूटना स्वभाविक होता है और ऐसे में कोई राजनीतिक दल का पदाधिकारी अपनी ही पार्टी की सरकार को नाकाम कह दे तो यह कोई आश्चर्य नहीं कहा जाएगा। ऐसा ही कुछ हुआ है जबलपुर के पाटन क्षेत्र में जहां एक भाजपा के एक मंडल अध्यक्ष ने कोरोना के चलते परिजनों की मौत से आहत होकर प्रदेश में काबिज शिवराज सरकार को निकम्मा कह दिया। सोशल मीडिया के माध्यम से मंडल अध्यक्ष ने बताया कि अपनों को बचाने के लिए वह एक रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं जुटा पाया, इसे अपनी नाकामी कहा जाए या फिर सरकार की।
जानकारी के अनुसार पाटन क्षेत्र के नुनसर में रहने वाले अजय पटेल के परिवार में दादी व अन्य दो करीबी रिश्तदारों की कोरोना पाॅजिटिव होने से मौत हो गई थी. अपनो के खोने का दर्द नाराज पाटन के नुनसर मंडल के अध्यक्ष अजय पटेल से बर्दाश्त नहीं हुआ उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी ही सरकार को घेर लिया. अजय पटेल ने लिखा कि मैं खुद भाजपा का मंडल अध्यक्ष होने के बाद भी अपनों के लिए इंजेक्शन और ऑक्सीजन जैसी व्यवस्थाएं नहीं करवा पाया. इसे मैं अपनी नाकामी मानूं या फिर सरकार की। जानकारों के अनुसार उन्होंने अपनी एक पोस्ट में यह भी लिखा था कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह निकम्मा है, हालांकि कुछ घंटों के बाद उन्होंने सोशल मीडिया से इस पोस्ट को डिलीट कर दिया।
कांग्रेस ने कहा आम आदमी की व्यथा
कांग्रेस के जबलपुर नगर अध्यक्ष दिनेश यादव का कहना है कि निश्चित रूप से यह सरकार की नाकामी है कि, अपनी ही पार्टी के एक कार्यकर्ता को वह इंजेक्शन की व्यवस्था नहीं करवा पाए. कहीं ना कहीं अजय पटेल का यह दर्द जिस तरह से सोशल मीडिया में छलका है वह सही भी है। उनका कहना है कि आज प्रदेश के प्रत्येक व्यक्ति की यही व्यथा है।