यह बैठक खत्म होने के बाद गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा जरूर कैमरे के सामने आए। उन्होंने कहा कि कैलाशजी बंगाल चुनाव में प्रभारी थे। मैं सहायक था। वे मेरे अच्छे मित्र हैं। वे मेरे निवदेन पर चाय पर आए थे। यह सहज मुलाकात थी। इसे किसी राजनीतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए। दूसरी तरफ पार्टी के नेताओं की माने तो अगले माह केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार होने की उम्मीद है। इसलिए विजयवर्गीय सक्रिय हैं।
दोनों नेताओं की 8 दिसंबर को हुई थी मुलाकात
प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कद पार्टी में बढ़ा है। पश्चिम बंगाल जैसे महत्वपूर्ण राज्य में पार्टी ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी थी। उन्हें 48 विधानसभा सीटों का प्रभारी बनाया गया था। इससे पहले विजयवर्गीय 8 दिसंबर 2020 को भोपाल आए थे। इस दौरान भी उनकी गृह मंत्री के साथ बंद कमरे में बैठक हुई थी।
कैबिनेट विस्तार के दौरान सक्रिय हुए थे विजयवर्गीय
पार्टी सूत्रों का कहना है कि शिवराज सरकार के चौथे कार्यकाल के दौरान पहले कैबिनेट विस्तार से पहले विजयवर्गीय भोपाल में सक्रिय हुए थे। वे 26 जून 2020 को देर रात नरोत्तम मिश्रा के घर पहुंचे थे। इसके अगले ही दिन नरोत्तम मिश्रा ने प्रदेश के संगठन महामंत्री सुहास भगत के साथ बैठक की थी।
कैलाश से है अच्छी ट्यूनिंग
जानकरों का मानना है कि प्रदेश की राजनीति में कैलाश विजयवर्गीय और नरोत्तम मिश्रा में अच्छी ट्यूनिंग है। दोनों शिवराज कैबिनेट में एक-साथ काम भी कर चुके हैं। कैलाश लंबे समय से केंद्रीय राजनीति में शिफ्ट हो गए हैं। हालांकि बीच-बीच में वह एमपी की राजनीति में सक्रिय हो जाते हैं। भोपाल दौरे के दौरान कैलाश विजयवर्गीय गुफ्तगू के लिए नरोत्तम मिश्रा के पास जरूर जाते हैं।
पेन ड्राइव मामले में कमलनाथ से पूछिए
प्रदेश में हनी ट्रैप के मुद्दे पर सियासत तेज हो गई है। इसको लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के पेन ड्राइव मामले कुछ नहीं बोले- उन्होंने सिर्फ इतना कहा- कमलनाथ से पूछिए उनके पास पेन ड्राइव है या नहीं।
कांग्रेस ने कहा खेल चालू आहे..
कैलाश विजयवर्गीय और गृहमंत्री नरोत्तम की मुलाकात को लेकर कांग्रेस ने तंज कसा है। पार्टी प्रदेश मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने साेशल मीडिया पर लिखा- मध्य प्रदेश में खेल चालू आहे.. एक घंटे की बंद कमरा बैठक में शिवराज सरकार के कामों की दिल खोलकर समीक्षा की गई?