खुद पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष लखनऊ के दौरे पर हैं। राधा मोहन सिंह भी इन्हीं बैठकों के सिलसिले में फिलहाल उत्तर प्रदेश में हैं। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष के साथ लखनऊ के तीन दिवसीय दौरे पर आए राधा मोहन सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट के बाद मंगलवार को उप मुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य तथा दिनेश शर्मा से मुलाकात की। मौर्य ने इस मुलाकात के बारे में बताया, बैठक बहुत अच्छी रही। यह बैठक संगठन के मुद्दे को लेकर हुई। 2022 के विधानसभा चुनाव में हम ऐतिहासिक जीत दर्ज करने जा रहे हैं। उस चुनाव में हम एक बार फिर 300 से ज्यादा सीटें प्राप्त करेंगे। भाजपा उपाध्यक्ष ने कानून मंत्री बृजेश पाठक से भी मुलाकात की। पाठक ने बताया कि इस मुलाकात के दौरान संगठन से जुड़े मुद्दों तथा 2022 के प्रदेश विधानसभा चुनाव के बारे में विचार-विमर्श हुआ। हालांकि उन्होंने विस्तार से कुछ भी बताने से मना कर दिया। पाठक ने अप्रैल माह में स्वास्थ्य विभाग को एक पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने कोविड-19 महामारी को संभालने में विभाग की कथित नाकामी का जिक्र किया था।
कानून मंत्री के इस पत्र से सरकार को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा था क्योंकि वह लगातार यह दावा कर रही थी कि हालात पूरी तरह से नियंत्रण में हैं। कोविड-19 प्रबंधन को लेकर उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा के अंदर शिकायती स्वर उभरने के बीच राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सिंह ने महामारी के प्रबंधन की दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किए गए कार्यों को बेमिसाल करार दिया है। सिंह ने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान योगी आदित्यनाथ सरकार की नाकामी के आरोपों को गलत बताते हुए दावा किया कि सरकार ने बेमिसाल काम किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सबसे मुश्किल दौर में उस वक्त भी लोगों की मदद की जब दूसरी पार्टियां क्वारंटीन (पृथक-वास) अवधि का लुत्फ ले रही थीं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महामारी के प्रबंधन का जायजा लेने के लिए समाज की पंक्ति में अंतिम स्थान पर खड़े व्यक्ति तक का हाल लिया। यहां तक कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कोविड-19 प्रबंधन के मामले में उत्तर प्रदेश सरकार की तारीफ की है।