भोपाल। मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी के कर्मचारी उनकी ही सरकारी गाड़ी में शराब पीते हुए मिले, जिसके बाद उनकी मुश्किलें बढ़ गई है। प्रभुराम चौधरी अब विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। भले ही इस मामले में एक व्यक्ति को हटा दिया गया है और आगे कार्रवाई करने की बात कही गई है, लेकिन इस मुद्दे पर विपक्ष हमलावर हो गया है। इस पूरे मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने जोरदार तंज कसा है।
दिग्विजय सिंह का ट्वीट
मामले का वीडियो सामने आने के बाद दिग्विजय ने तंज भरा ट्वीट किया ‘स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी की सरकारी गाड़ी में कोरोना खत्म करता उनका स्टाफ। जो मंत्री कोरोना से मरते लोगों को बेड, ऑक्सीजन और इंजेक्शन उपलब्ध न करा सके, उनके स्टाफ के पास, सरकारी गाड़ी में अवैध शराब, वह भी लॉकडाउन में! कुछ करो शिवराज या सिंधिया का डर है?’ अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा ‘मुख्यमंत्री जी व मुख्य सचिव जी क्या आप इसको संज्ञान में लेंगे?’
यह है पूरा मामला
दरअसल पूरा मामला रायसेन के सतालपुर थाना क्षेत्र का है। जहां स्वस्थ मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी की गाड़ी जिसका नंबर MP-02-AV-6452 है वह इलाके से सायरन बजा कर निकली और गांव की एक सुनसान सड़क पर जा कर खड़ी हो गई। ग्रामीणों को लगा पुलिस की गाड़ी है। जब वहां पहुंच कर देखा तो 3 लोग मंत्री जी की गाड़ी में बैठ कर शराब पी रहे थे। जब उनसे पूछताछ की गई तो वो खुद को सरकारी लोग बताने लगे। जिसके बाद वीडियो बना रहे युवक के साथ ड्राइवर की बहस भी हुई और उसके बाद वीडियो बना रहे व्यक्ति को धमकाते हुए ड्राइवर वहां से गाड़ी लेकर भाग गया।
मामले का वीडियो सामने आने के बाद दिग्विजय ने तंज भरा ट्वीट किया ‘स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी की सरकारी गाड़ी में कोरोना खत्म करता उनका स्टाफ। जो मंत्री कोरोना से मरते लोगों को बेड, ऑक्सीजन और इंजेक्शन उपलब्ध न करा सके, उनके स्टाफ के पास, सरकारी गाड़ी में अवैध शराब, वह भी लॉकडाउन में! कुछ करो शिवराज या सिंधिया का डर है?’ अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा ‘मुख्यमंत्री जी व मुख्य सचिव जी क्या आप इसको संज्ञान में लेंगे?’
यह है पूरा मामला
दरअसल पूरा मामला रायसेन के सतालपुर थाना क्षेत्र का है। जहां स्वस्थ मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी की गाड़ी जिसका नंबर MP-02-AV-6452 है वह इलाके से सायरन बजा कर निकली और गांव की एक सुनसान सड़क पर जा कर खड़ी हो गई। ग्रामीणों को लगा पुलिस की गाड़ी है। जब वहां पहुंच कर देखा तो 3 लोग मंत्री जी की गाड़ी में बैठ कर शराब पी रहे थे। जब उनसे पूछताछ की गई तो वो खुद को सरकारी लोग बताने लगे। जिसके बाद वीडियो बना रहे युवक के साथ ड्राइवर की बहस भी हुई और उसके बाद वीडियो बना रहे व्यक्ति को धमकाते हुए ड्राइवर वहां से गाड़ी लेकर भाग गया।