
मुंबई। क्या आपने कभी किसी अधिकारी को बॉलीवुड फिल्मों में काम करते देखा है। जी हां हम बात कर रहे है आईपीएस अधिकारी शिमाला प्रसाद की। जिन्होंने ना सिर्फ देश की सेवा की बल्कि फिल्मी दुनिया में भी अपना योगदान दिया। कहते है खाकी वर्दी पहनने वालों के लिए फिल्मों में काम करना बेहद मुश्किल है लेकिन इस बात को झूठा साबित कर दिखाया सिमाला प्रसाद ने। उनके नाम से अपराधी खौफ खाते है। आज हम आपको सिमाला प्रसाद के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने अपने जीवन में कई उपलब्धियों को हासिल किया है और देश और अपने परिवार का नाम रोशन किया है। बता दें कि सिमाला प्रसाद 2010 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। खाकी वर्दी पहनने के बाद सिमाला के नाम से अपराधी खौफ खाते हैं। उन्होंने मध्यप्रदेश के डिंडौरी में एक एसपी के तौर पर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बना दी थी।
सिमाला प्रसाद का जन्म 8 अक्टूबर 1980 भोपाल में हुआ और उन्होंने अपनी पढ़ाई यही से पूरी की. उन्होंने स्टूडेंट फॉर एक्सीलेंस से बीकॉम और बीयू से पीजी करके पीएससी परीक्षा पास की. सिमाला प्रसाद गोल्ड मेडलिस्ट भी रही हैं. बचपन से ही सिमाला को डांस और एक्टिंग का शौक था. वह स्कूल में भी डांस और एक्टिंग में हमेशा आगे रहती थीं. स्कूल और कॉलेज के दौरान उन्होंने कई नाटकों में काम भी किया। उन्होंने बॉलीवुड की कई फिल्मों में काम किया।
पीएससी परीक्षा पास करने के बाद सिमाला प्रसाद की पहली पोस्टिंग डीएसपी के तौर पर हुई थी. इसी नौकरी के दौरान उन्होंने यूपीएससी एग्जाम के लिए तैयारी की और पहले प्रयास में ही सफलता मिल गई. सिमाला ने आईपीएस बनने के लिए किसी भी कोचिंग संस्थान का सहारा नहीं लिया, बल्कि सेल्फ स्टडी के जरिए ये सफलता हासिल की। बता दें कि सिमाला प्रसाद के पिता डॉ भागीरथ प्रसाद पूर्व आईपीएस और सांसद रहे हैं. वहीं उनकी मां मेहरुन्निसा परवेज जानी-मानी साहित्यकार हैं, जिन्हें पद्मश्री से नवाजा जा चुका है.