जंतर मंतर पर बैठी पहलवान बेटियों को जबलपुर का समर्थन - Khabri Guru

Breaking

जंतर मंतर पर बैठी पहलवान बेटियों को जबलपुर का समर्थन


जबलपुर। महाकौशल क्रीड़ा परिषद के अध्यक्ष सौरभ नाटी शर्मा ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि एक तरफ प्रधानमंत्री बेटियों के सम्मान और सुरक्षा की बात करते है दूसरी तरफ उनके ही सूबे के मंत्री ब्रज भूषण सिंह पहलवान बेटियों के साथ घिनौने कृत्य को अंजाम देते है। जब बेटियों ने इस बात का विरोध किया तो उनकी तरफ किसी ने ध्यान नही दिया मज़बूरन उन बेटियों को मोदी सरकार में शामिल मंत्री के खिलाफ मोर्चा खोलना पड़ा। उसकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर विगत एक माह से कई अंतरराष्ट्रीय पदक जीतने वाली बेटियां न्याय की आस लगाकर धरने पर बैठी है। दिल्ली में चल रहे इस आंदोलन के समर्थन में जबलपुर में भी एक दिवसीय धरना दिया गया। 

उन पहलवान बेटियों के इंसाफ़ की लड़ाई के लिए आज जबलपुर में महाकौशल क्रीड़ा परिषद ने संपुर्ण खेल जगत को एक ही मंच पर एकत्रित कर एक दिवसीय धरने के आयोजन किया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि आज जब एक तरफ नारियों के सम्मान और प्रतिष्ठा की बात होती तो वही अंतराष्ट्रीय पदक जीतने वाली बेटियों को आरोपी मंत्री उनके द्वारा लाये गए पदको को चंद रुपयों में तौल कर पूरे खेल जगत को अपमानित कर रहा है। 

आयोजन के दौरान सुश्री मधु यादव (अर्जुन अवार्डी) ने सरकार को चेताया कि खेल जगत में किसी भी तरह का राजनीतिक हस्तक्षेप नही होना चाहिए था,लेकिन एक मंत्री को सर्वोसर्वा बना कर सरकार ने पूरे खेल जगत को बदनाम करने का काम किया है जिसका खामियाजा ये हुआ कि बेटियों के साथ शोषण जैसी घटनाएं घट रही है।अगर इनपर अंकुश नही लगा एवं बृज भूषण को जेल नही भेजा गया तो कोई भी बेटी अंतराष्ट्रीय खेल में हिस्सा नही लेगी एवं बच्चों के माता पिता उन्हें खेल से दूर कर देंगे।

वही दूसरी ओर पूर्व कैबिनेट मंत्री विधायक लखन घनघोरिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि जिस तरह का कृत्य भाजपा के शासन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बेटियों के साथ हो रहा है ऐसा 70 साल के इतिहास में कभी नही हुआ कि किसी अंतराष्ट्रीय खिलाड़ियों को इस तरह से धरना कर सरकार के खिलाफ आवाज़ उठाने पड़े।

महाकौशल क्रीड़ा परिषद के अध्यक्ष सौरभ नाटी शर्मा एवं संस्थापक डॉ प्रशांत मिश्रा ने केंद्र सरकार को चेताया कि अगर जल्द ही पहलवान बेटियों को न्याय नही मिला तो महाकौशल क्रीड़ा परिषद उग्र आंदोलन करने बाध्य होगी।

धरने में ये रहे उपस्थित
कार्यक्रम में मुख्य रूप से पूर्व कैबिनेट मंत्री लखन घनघोरिया, सुश्री मधु यादव (अर्जुन अवार्डी),सम्मति सैनी (विक्रम अवार्डी) अचल सिंह गौर (जहांगीराबाद क्रिकेट क्लब), किशोरी लोधी ख़लीफ़ा (अध्यक्ष कुश्ती संघ), शानू यादव (उपाध्यक्ष म.प्र कब्बडी संघ), दिनेश सिंह ठाकुर (महासचिव म.प्र योगास्ना स्पोर्ट्स), एन पी झरिया ( लॉन टेनिस), जगदीश रजक (सचिव वेट लिफ्टिंग संघ), सचिन यादव (सचिव शरीर शौष्ठव संघ), शिव यादव (अध्यक्ष कब्बडी संघ), दब्बू लाल एवं ललित जान (पॉवरलिफ्टिंग), राजेश सोनी (सनी स्पोर्ट्स बगराजी), आबिद खान (जुडो संघ), परमजीत सिंह (विक्रम अवार्डी), नीलम चंसोरिया (सचिव वॉलीबॉल), सतीश यादव (विक्रम अवार्डी), लड्डू यादव, सुनील यादव, शकील खान, राकेश श्रीवास, पप्पी खान (हॉकी), मन्नू पहलवान (विक्रम अवार्डी), हिमांशु राय (विवेचना), रवि गुप्ता (अध्यक्ष चैम्बर ऑफ कॉमर्स), काशीनाथ शर्मा, गंगा चरण मिश्रा, रविन्द्र दुबे (वरिष्ठ पत्रकार), राम नारायण क़ुरारिया (किसान नेता), म जॉर्ज, सुमित्रा पिल्लई ( मास्टर्स एथलीट्स), सिद्धारत वर्मा (अध्यक्ष कांग्रेस खेल प्रकोष्ट), नीरज पहलवान (स्व गिरधारी उस्ताद अखाड़ा), जयवीर सिंह ठाकुर (पंचायती अखाड़ा), रवि पटेल, शकील अनवर, सुख चरण श्रीवास, राकेश यादव, राहुल सरीन, जी पी वैध, मनु तिवारी आदि खेल जगत की हस्तियां एवं सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

पेज