मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने बीजेपी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि उनके भतीजे राहुल लोधी को टिकट देना पार्टी की "मजबूरी" थी, "एहसान" नहीं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि उनके परिवार को उनकी राजनीति के चलते झूठे आरोपों और अपमान का सामना करना पड़ा, लेकिन कोर्ट ने हमेशा निर्दोष साबित किया। उनके इस बयान ने बीजेपी के भीतर उठ रहे असंतोष और गुटबाजी को एक बार फिर उजागर कर दिया है।
उमा ने कहा कि अगर उन्हें चुनाव नहीं लड़ाया गया होता, तो उनके भाई या भतीजे बहुत पहले विधायक या सांसद बन चुके होते। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बुंदेलखंड में भाजपा को भारी नुकसान हो सकता था, इसलिए पार्टी को मजबूरन राहुल को टिकट देना पड़ा।
भावुक अंदाज में उमा ने अपनी संघर्षपूर्ण यात्रा और परिवार की तकलीफों को साझा करते हुए कहा कि उनके परिवार की राजनीतिक तपस्या का सम्मान होना चाहिए। साथ ही यह भी साफ किया कि पार्टी में टिकट बंटवारे को लेकर चल रही अंदरूनी खींचतान अब चरम पर है।