जबलपुर। कोरोना को हराने के लिए वैक्सीनेशन जरूरी है लेंकिन ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी जागरुकता की कमी बनी हुई है। इस समस्या को दूर करने के लिए पनागर विधायक और एक सरपंच की अनूठी पहल वैक्सीनेशन को बढ़ाने में मददगार साबित हो रहा है। शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने की दिशा में उनकी इस सार्थक पहल के बेहतर परिणाम मिलने की उम्मीद दिखाई दे रही है। वहीं एक सरपंच ने वैक्सीन नहीं तो राशन नहीं की शर्त जोड़ कर गांव को सबसे पहले लक्ष्य हासिल करने की तरफ कदम बढ़ा दिया है।
पनागर विधायक सुशील तिवारी (इंदू) ने विधानसभा क्षेत्र में शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन के लिए प्रोत्साहन राशि विकास कार्यों को के लिए देने की घोषणा की है। खंड स्तरीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में विधायक ने कहा कि इससे ग्राम पंचायतों में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और इनाम की राशि लेने के लिए वे अपने ग्राम पंचायत के लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करेंगे। विधायक तिवारी ने बताया कि पनागर की पहली पांच ग्राम पंचायतों के साथ ही बरेला की तीन ग्राम पंचायतों को 5-5 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि विधायक निधि से मिलेगी।
पंचायत का ऐलान वैक्सीन नहीं तो राशन नहीं
जिले के शहपुरा ब्लॉक की सिहोदा ग्राम पंचायत से एक अहम तस्वीर सामने आई है। यहां पंचायत ने एक फरमान जारी कर दिया है कि वैक्सीन नहीं तो राशन नहीं। यहां सरपंच ने सख्त नियम लागू कर दिया है कि वैक्सीन नहीं लगवाने वाले ग्रामीणों को कोई भी सरकारी योजना का लाभ नहीं मिलेगा।85 फीसदी लोगों को लग गया टीका
पंचायत के इस आदेश के का असर भी दिखने लगा है। 1200 की आबादी वाले इस गांव में 85 प्रतिशत लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है। पंचायत सह सचिव और सरपंच के मुताबिक सोशल मीडिया में प्रसारित अफवाहों के चलते कई ग्रामीण वैक्सीन नहीं लगवा रहे थे। ऐसे में इस तरह का सख्त निर्णय लेना पड़ा। इसका असर भी दिखा। जिला वैक्सीनेशन अधिकारी डॉक्टर एसएस दाहिया के मुताबिक इस तरह का सहयोग सरपंच की ओर से मिले तो ग्रामीण क्षेत्र सबसे पहले वैक्सीनेशन का टार्गेट हासिल कर लेंगे।

